Devotional Hyms - Shiva
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।।श्रीः।। |
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अनाद्यन्तमाद्यं परं तत्त्वमर्थं |
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स्वशक्त्यादिशक्त्यन्तसिंहासनस्थं |
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शिवेशानतत्पूरुषाघोरवामा |
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प्रवालप्रवाहप्रभाशोणमर्धं |
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स्वसेवासमायातदेवासुरेन्द्रा |
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जगन्नाथ मन्नाथ गौरीसनाथ |
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विरूपाक्ष विश्वेश विश्वादिदेव |
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महादेव देवेश देवादिदेव |
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त्वदन्यः शरण्यः प्रपन्नस्य नेति |
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अयं दानकालस्त्वहं दानपात्रं |
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पशुं वेत्सि चेन्मां तमेवाधिरूढः |
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न शक्नोमि कर्तुं परद्रोहलेशं |
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स्तुतिं ध्यानमर्चां यथावद्विधातुं |
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शिरोदृष्टिहृद्रोगशूलप्रमेह |
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दरिद्रोऽस्म्यभद्रोऽस्मि भग्नोऽस्मि दूये |
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त्वदक्ष्णोः कटाक्षः पतेत्त्र्यक्ष यत्र |
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भवान्यै भवायापि मात्रे च पित्रे |
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भवद्गौरवं मल्लघुत्वं विदित्वा |
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यदा कर्णरन्ध्रं व्रजेत्कालवाह |
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यदा दारुणाभाषणा भीषणा मे |
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यदा दुर्निवारव्यथोऽहं शयानो |
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यदा पुत्रमित्रादयो मत्सकाशे |
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यदा पश्यतां मामसौ वेत्ति नास्मा |
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यदा यातनादेहसंदेहवाही |
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यदापारमच्छायमस्थानमद्भि |
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यदा रौरवादि स्मरन्नेव भीत्या |
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यदा श्वेतपत्रायतालङ्घ्यशक्तेः |
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इदानीमिदानीं मृति भवित्री |
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अमर्यादमेवाहमाबालवृद्धं |
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जराजन्मगर्भाधिवासादिदुःखा |
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शिवायेति शब्दो नमःपूर्व एष |
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त्वमप्यम्ब मां पश्य शीतांशुमौलि |
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अनुद्यल्ललाटाक्षिवह्निप्ररोहै |
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अकण्ठेकलङ्कादनङ्गेभुजङ्गा |
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महादेव शंभो गिरीश त्रिशूलिं |
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यतोऽजायतेदं प्रपञ्चं विचित्रं |
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किरीटे निशेशो ललाटे हुताशो |
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अनेन स्तवेनादरादम्बिकेशं |
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भुजंगप्रियाकल्प शंभो मयैवं |