Devotional Hymns - Miscellaneous
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।।श्रीः।। |
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अद्राक्षमक्षीणदयानिधान |
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विद्राविताशेषतमोगणेन |
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अपारकारुण्यसुधातरङ्गै |
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ममाद्यदेवो वटमूलवासी |
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कलाभिरिन्दोरिव कल्पिताङ्गं |
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स्वदक्षजानुस्थितवामपादं |
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युवापि यः सन्नुपदेष्टुमीष्टे। |
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एकेन मुद्रां परशुं करेण |
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आलेपवन्तं मदनाङ्गभूत्या |
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चारुस्थितं सोमकलावतंसं |
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उपासते यं मुनयः शुकाद्या |
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कान्त्या निन्दितकुन्दकंदलवपुर्न्यग्रोधमूले वस |
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अगौरनेत्रैरललाटनेत्रै |
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दैवतानि कति सन्ति चावनौ |
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मुदिताय मुग्धशशिनावतंसिने |
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व्यालम्बिनीभिः परितो जटाभिः |
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उपासकानां त्वमुमासहायः |
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यस्ते प्रसन्नामनुसंदधानो |